क्षीरसर्करायोग
क्षीरसर्करायोग :
ज्योतिष के प्राचीन ग्रंथोमे इस योग की खूब प्रशंसा
की गई है। क्षीरसर्करायोग मे जन्म लेन वाली व्यक्ति
समाजमे प्रतिष्ठित – अग्रणी और उच्च स्थान पे बिराजते है।
ज्ञानी और चारित्र्य वान होते है।
जन्मकुंडली मे चंद्र-गुरु की युति, यानीकी यह दोनों ग्रह
एक राशीमे यातो एक स्थानमे साथ मे हो तो यह
क्षीरसर्करायोग बनता है।
डॉ. सुधीर शाह
Posted on 10/01/2015, in Dr.Sudhir Shah and tagged articles on astrology, astrology. Bookmark the permalink. क्षीरसर्करायोग માટે ટિપ્પણીઓ બંધ છે.